चित्रकूट के घाट-घाट पर, शबरी देखे बाट - भजन कार्तिक श्याम और गणराऊ। या छवि को कहि जात न काऊ॥ अर्थ- हे अनंत एवं नष्ट न होने वाले अविनाशी भगवान भोलेनाथ, सब पर कृपा करने वाले, सबके घट में वास करने वाले शिव शंभू, आपकी जय हो। हे प्रभु काम, https://rowanfntql.wikiusnews.com/951390/shiv_chalisa_lyrics_in_english_fundamentals_explained