जुबान मेरी कड़वी मगर दिल साफ है, कौन कब बदला सबका हिसाब है। खुद में झांकने के लिए जिगर चाहिए, दुसरों की शिनाख्त में तो हर शख्स माहिर होता है। कमी नहीं दिखेगी कभी दुसरों की शान में; जिस दिन झांकेगा अपने गिरेबान में… अपने साथ जब मैं खुद खड़ा https://fernandocmrxc.wikijournalist.com/3953787/5_tips_about_motivational_in_hindi_you_can_use_today